✍️ मनमोहन भट्ट, उत्तरकाशी।
उत्तरकाशी जिलाधिकारी प्रशांत आर्य की अध्यक्षता में जिला गंगा समिति (नमामि गंगे) की बैठक हुई। जिलाधिकारी ने गंगोत्री से चिन्यालीसौड़ तक एवं डामटा से जानकीचट्टी तक सीवर एफ०एस०टी०पी० आदि कार्यों हेतु अब तक किये गये प्रयासों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने पर्यटन विभाग को निर्देशित किया कि 20 सितम्बर से 30 सितम्बर तक एक विशेष अभियान चलाया जाए। जिसके अंतर्गत ऐसे होटल एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान जो अभी तक एसटीपी से नहीं जुड़े हैं उनका अनिवार्य रूप से पंजीकरण कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने गंगोत्री धाम में शेष बचे हाउस होल्ड्स को सीवर सुविधा से जोड़ने के लिए परियोजना प्रबन्धक निर्माण एवं अनुरक्षण इकाई को शीघ्र डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए। ताकि कार्य को गति प्रदान की जा सके और गंगा स्वच्छता मिशन को बल मिल सके। उल्लेखनीय है कि वर्तमान तक उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पास 20 कमरों से अधिक वाले 123 होटल पंजीकृत है। जिसके सापेक्ष 104 होटल एसटीपी से जुड़े है और शेष पर कार्रवाई गतिमान है।
जिलाधिकारी ने गंगा और गंगा की सहायक नदियों को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए। गंगा की सहायक नदियों और उनमें गिरने वाले नालों को साफ व स्वच्छ रखने के लिए वृहद स्तर पर स्वच्छता अभियान चलाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन का उचित निस्तारण सुनिश्चित करने पर जोर दिया। समस्त नगर निकायों में डोर टू डोर कूड़े कलेक्शन को नियमित रूप से सुनिश्चित करने और कचरे को सैगरिकेट कर उचित निस्तारण करने और आम जनता को गीले और सूखे कचरे के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए।
बैठक में डीएफओ डीपी बलूनी,जिला खनन अधिकारी प्रदीप कुमार,पर्यावरण विशेषज्ञ स्वजल प्रताप मटूड़ा,गंगा विचार मंच के प्रदेश संयोजक लोकेंद्र बिष्ट,जयप्रकाश भट्ट सहित समिति के अन्य पदाधिकारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।