✍️मनमोहन भट्ट,उत्तरकाशी।
खबर उत्तरकाशी से है जहां पर सेब काश्तकारों के द्वारा अपने बगीचे से स्वयं के साधनों से स्थापित तार स्पैन के माध्यम से बगीचों से सेब सड़कों तक पंहुचा दिया गया लेकिन आगे रास्ते सड़क बंद होने से सेब पेटियों और प्लास्टिक ट्रे में खराब होने की स्थिति में पहुंच गया है, और टनों के हिसाब से खराब भी हो चुका है।
खबर उत्तरकाशी जनपद के आराकोट बंगाण क्षेत्र से है जहां पर पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश से सड़क संपर्क मार्ग जगह-जगह क्षतिग्रस्त हैं पैदल आवाजाही भी बहुत मुश्किल है।इस स्थिति में सेब काश्तकारों के बगीचों में सेब तुडान के बाद पैकिंग हुए सेब की पेटियों में सेब खराब होने की प्रबल संभावना उत्पन्न हो गई है। काश्तकारों के द्वारा दैनिक मजदूरी और वैकल्पिक कार्यों हेतु नेपाली मजदूर और स्थानीय घोड़े खच्चर संचालकों की पूरी व्यवस्था करने के बाद भी सेब आगे मंडियों तक नहीं पहुंचाया जा रहा है क्योंकि जगह जगह सड़क संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हैं और ऊपर से लगातार बारिश भी हो रही है, स्थानीय क्षेत्रों में खाद्यान्न और अन्य दैनिक जरुरतों के सामान का भी संकट पैदा हो गया है।
सेब काश्तकारों के द्वारा अपने बगीचे से स्वयं के साधनों से स्थापित तार स्पैन के माध्यम से बगीचों से सेब सड़कों तक पंहुचा दिया गया लेकिन आगे रास्ते सड़क बंद होने से सेब पेटियों और प्लास्टिक ट्रे में खराब होने की स्थिति में पहुंच गया है, और टनों के हिसाब से खराब भी हो चुका है।
बता दें कि उत्तरकाशी बंगाड की पूरी सेब बेल्ट त्यूणी से लेकर आराकोट चींवा,बलावट,झोटाडी,अडासू,मौंडा,जागटा बरनाली ,डगोली,थापलीगोकुल की तरफ लगातार हो रही बारिश से सड़क मार्ग बंद हो गये हैं और सेब काश्तकारों का सेब पैकिंग होने के बाद भी मंडियों और बाजार में नहीं पहुंच पा रहा है। सभी सेब काश्तकारों का उत्तराखंड सरकार और कृषि मंत्री उत्तराखंड सरकार से निवेदन कर रहे हैं कि सभी सेब काश्तकारों का राजस्व विभाग/उद्यान विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को भेजकर सेब बगीचों और सेब स्टोरेज़ केंद्रों का मौका मुआयना करवाकर सभी सेब काश्तकारों के नुकसान की उचित भरपाई करवाने की व्यवस्था करें।