✍️मनमोहन भट्ट, उत्तरकाशी।
उत्तरकाशी जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बुधवार को अपने कार्यालय में आए लोगों की समस्याओं के त्वरित और प्रभावी निस्तारण हेतु अधिकारियों को महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी नागरिक की समस्या का समाधान तत्काल किया जाए और उसे टाला न जाए।
मोरी विकासखंड के ग्राम सुनकंडी की समस्या से संबंधित आवेदन पर जिला कार्यक्रम अधिकारी को तत्काल कारवाही करने के निर्देश दिए। ग्राम सुनकंडी में संचालित आंगनवाड़ी केंद्र की समस्या को लेकर बताया कि जिस भवन में आंगनवाड़ी केंद्र संचालित हो रहा हैं उसकी छत की स्थिति जीर्ण शीर्ण हो गई है और पानी टपकने जैसी समस्या भी आ रही है। जिससे वह अब केंद्र संचालित नहीं हो रहा है। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया कि आंगनवाड़ी केंद्र का निरीक्षण करे और नई बिल्डिंग में शिफ्ट करने की कारवाई करें।
सुनकंडी ग्राम की दूसरी समस्या को लेकर जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने जिला शिक्षा अधिकारी(प्रा.) को निर्देश दिए कि सुनकंडी गांव के रा. प्रा. विद्यालय में टिन की घेरवाड़ जीर्ण शीर्ण की स्थिति होने से समस्या आ रही है। जिसके लिए जल्द निरीक्षण करने के उपरांत वस्तुस्थिति की रिपोर्ट प्रस्तुत करे।
चिन्यालीसौड़ विकासखंड के खादाडा गांव के सुमन प्रसाद ने बनचौरा – बनगांव मोटर मार्ग पर हुए भूस्खलन से उनके भवन को हुई क्षति और मार्ग के अवरुद्ध होने से अवगत कराया। जिलाधिकारी ने सम्बंधित तहसीलदार को तत्काल एसडीआरएफ के मानकों के अनुसार राहत उपलब्ध करवाने को कहा तथा साथ ही पीडब्ल्यूडी को सुरक्षा कार्य करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने सभी विभागों के प्रमुखों को निर्देश दिए हैं कि कार्यालय में आने वाले प्रत्येक नागरिक की समस्या का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। यदि कोई मामला तत्काल न सुलझ सके, तो नागरिक को एक निश्चित समय सीमा दी जाए, जिसमें उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य हमेशा नागरिकों की समस्याओं का निस्तारण करना है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि आने वाले समय में समस्याओं के निस्तारण में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।