
स्थान । नैनीताल।
नव सांस्कृतिक सत्संग समिति द्वारा भगवान कृष्ण का डोला निकाल कर क्षेत्र की परिक्रमा कर स्नोव्यू देव मंदिर में विसर्जन किया गया। मूसलाधार बारिश के बाद भी उत्साह कम नही हुआ।
रिपोर्ट। ललित जोशी।
नैनीताल। सरोवर नगरी नैनीताल नव साँस्कृतिक सत्संग समिति शेर का डांडा की पहल पर स्वतंत्रता दिवस समारोह से प्रारंभ होकर घी संक्रांति तक तीन दिवसीय कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया।
आयोजन के दौरान समिति सदस्यों द्वारा सुंदर कांड, भजन आदि कर मूसलाधार बारिश के साथ ही भगवान कृष्ण का डोला व सुंदर छोटे छोटे बच्चों की जिसमें राधा कृष्ण बने हुए थे उनकी झांकी निकाल कर पूरे क्षेत्र में परिक्रमा कर स्नोव्यू देव मंदिर में विसर्जन किया गया।
महोत्सव के पहले दिन स्वतंत्रता दिवस पर केंद्रित झांकियां तथा राधा कृष्ण के रूप में बच्चों ने फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में भाग लिया. जबकि दूसरे दिन लता रावत के नेतृत्व में महिलाओं द्वारा कृष्ण जन्माष्टमी को समर्पित भजनों के साथ सुंदरकांड का आयोजन किया गया. महोत्सव के तीसरे दिन पहाड़ की समृद्ध परंपरा के प्रतीक घ्रत संक्रांति के अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों सहित साँस्कृतिक शोभा यात्रा द्वारा क्षेत्र में भ्रमण कर डोला विसर्जित किया गया.
कार्यक्रमों के भव्य आयोजन में समिति के अध्यक्ष खुशाल सिंह रावत, सचिव पूरन चंद्र पांडे सहित पदाधिकारीयो संतोष पंत, कुंवर सिंह रावत, दीपक पांडे, दीपक जोशी, हिम्मत सिंह, इंद्र सिंह रावत, उमेश सनवाल, विनोद सनवाल, डॉ हिमांशु पांडे, हरि नारायण बडोला, गणेश लोहनी, उरवादत जोशी, नवीन चंदोला, कंचन चंदोला, वीरेंद्र जोशी, घनानंद भट्ट, दिनेश चंद्र जोशी, चंद्रशेखर जोशी, प्रकाश चंद्र जोशी, ललित गिरी गोस्वामी, चारु पंत, कमल किशोर बिष्ट, भैरव सिंह बिष्ट, महेश , पंकज वर्मा, ललित मोहन पांडे, विजय बिजजी आदि द्वारा योगदान दिया गया.
साँस्कृतिक शोभा यात्रा के संचालन में युवा कलाकारों के रूप में रौनक बोरा, अखिलेश उपाध्याय, संस्कार पांडे, कृष्णा गोस्वामी, निश्चय सनवाल, सार्थक जोशी, निर्मल जोशी, मुस्कान राणा, मृदुल, चेतन, अमर, आदि ने सराहनीय योगदान दिया.