
*”स्व. साईं दास तलवाड़: एक सृजनात्मक जीवन की 35वीं पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि*
*उत्तराखंड(अंकित तिवारी):* स्व. साईं दास तलवाड़ जी की 35वीं पुण्य तिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह ने उनकी जीवन यात्रा और उनके योगदान को सशक्त रूप से याद किया। उनका जीवन समाज सेवा, धर्म, और संस्कृति के प्रति समर्पण का प्रतीक था। उनके कार्यों का असर न केवल उत्तरकाशी बल्कि समूचे उत्तराखंड के समाज पर पड़ा है, और उनके द्वारा किए गए प्रयासों का स्मरण हर दिल में जीवित रहेगा।
प्रो. के.एल. तलवाड़ द्वारा स्व. साईं दास तलवाड़ जी के योगदान को याद करते हुए यह स्पष्ट किया गया कि उन्होंने न केवल धार्मिक और सामाजिक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, बल्कि उन्होंने श्री आदर्श रामलीला समिति (रजि.) के व्यवस्थापक और कोषाध्यक्ष के रूप में अपनी सेवा दी, जिससे उत्तरकाशी में कई सामाजिक कार्यों को गति मिली। उनका कार्य और समर्पण हमें सिखाते हैं कि समाज में बदलाव लाने के लिए एक व्यक्ति का अथक प्रयास और निष्ठा कितनी महत्वपूर्ण हो सकती है।
स्व. तलवाड़ जी की स्मृति में शुरू की गई ‘साईं सृजन पटल’ पत्रिका एक अनमोल धरोहर बन चुकी है, जो उत्तराखंड के लेखकों और सृजनकर्ताओं को प्रोत्साहित करने का कार्य कर रही है। 31 जुलाई को प्रकाशित होने वाला विशेषांक और ‘लेखक श्री सम्मान’ कार्यक्रम इस बात का प्रमाण हैं कि स्व. तलवाड़ जी के कार्यों की मिसाल अभी भी समाज के सभी क्षेत्रों में जीवित है। इस पत्रिका के माध्यम से समाज में एक नई सोच और जागरूकता का निर्माण हो रहा है।
समाज के प्रति साईं कुटीर की पहल, जिसमें जरूरतमंदों को छाते भेंट किए गए, यह दर्शाता है कि सेवा का अर्थ सिर्फ शब्दों तक सीमित नहीं होता, बल्कि यह अपने कार्यों में भी दिखाई देता है। स्व. साईं दास तलवाड़ जी की पुण्य तिथि के अवसर पर यह संदेश दिया गया कि समाज की भलाई और सेवा के लिए हमें निरंतर प्रयास करना चाहिए और इस दिशा में हर संभव योगदान देना चाहिए।
स्व. साईं दास तलवाड़ जी का जीवन हम सबके लिए एक प्रेरणा है। उनके कार्यों और उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा, और उनकी प्रेरणाओं से हम सभी को समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।