✍️सुभाष पिमोली, थराली।

बुधबार को नगर पंचायत कार्यालय थराली में अध्यक्ष सुनीता रावत ने एक पत्रकार वार्ता के दोरोन नगर पंचायत की भूमी को जबरन कब्जाने का आरोप लगाया,उन्होंने बताया सरस्वती शिशु मंदिर थराली का विद्यालय लंबे समय से नगर पंचायत थराली के भवन पर संचालित हो रहा है जिस पर अब कबजाने का आरोप लगाया जा लगा है जिसको लेकर पूर्व में नगर पंचायत द्वारा एक बैठक कर सरस्वती शिशु मंदिर के भवन को लेकर चर्चा करते हुए बताया यह भवन नगर पंचायत का है, और वह भवन नगर पंचायत बनने से पहले ग्राम पंचायत का था, जहां पर ग्राम पंचायत की आम बैठकें भी हुआ करती थी। आज यहां पर शिशु मंदिर विद्यालय चलता है अब
सरस्वती शिशु मन्दिर विद्यालय को लेकर चर्चाओ का बाजार गर्म है कि नगर पंचायत मे सरस्वती शिशु मंदिर थराली विद्यालय को बंद करना चाह रहा हैं, नगर पंचायत अध्यक्ष सुनीता रावत ने बताया हमारा मकसद विद्यालय को बंद करने का नहीं है , विद्यालय पूर्व की भांति चलता रहे, विद्यालय द्वारा एक अच्छी गुणवत्ता की शिक्षा हमेशा ही बच्चों को मिलती रहे, सरस्वती शिशु मंदिर में बच्चों को अच्छे संस्कार भी मिलते रहे ।
उन्होंने बताया कि मेरा मुख्य मकसद थराली गांव/नगर पंचायत थराली के भवन पर जिसका कब्जा है जो पूर्व ब्लाक प्रमुख थराली राकेश जोशी के द्वारा इनको मालिकाना हक दिया गया है, जिसका लोग विरोध कर रहे हैं आखिर एक जनप्रतिनिधि राजस्व भूमि को कैसे मालिकाना हक दे सकता है जबकि मालिकाना हक देने का अधिकार केवल राजस्व विभाग या जिलाधिकारी को है,
उन्होंने बताया 1988 से उक्त भवन पर सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय संचालित हो रहा हैं,2014 में जो जनप्रतिनिधि थे उनके द्वारा गलत प्रमाण पत्र दिया गया है, मालिकाना हक एक जनप्रतिनिधि का कोई भी अधिकार नहीं है, उन्होंने अपनी मर्जी से बैठक का आयोजन किया था, जिसमें किसी भी सदस्य या ग्राम समिति के सदस्यों को बैठक में नहीं बुलाया गया जिसमें कि सिर्फ ब्लॉक प्रमुख थराली राकेश जोशी और खंड विकास अधिकारी के ही हस्ताक्षर हैं जो सरासर गलत है,किसी भी सरकारी संपत्ति का मालिकाना हक देने का अधिकार जनप्रतिनिधियों को नहीं है, बल्कि जिलाधिकारी के माध्यम से ही किसी भी संस्था को भूमि/ संपत्ति का स्थानांतरण होता है, उन्होंने ब्लॉक प्रमुख पर आरोप लगाते हुए कहा कि ब्लॉक प्रमुख और खंड विकास अधिकारी के माध्यम से जो पत्र दिया गया था ग्राम सभा की संपत्ति को बेचने का कार्य पूर्व ब्लाक प्रमुख राकेश जोशी द्वारा किया गया है।
उन्होंने बताया कि हमारी मांग सिर्फ यह है कि विद्यालय पूर्व की भांति ही चलता रहे, साथ ही वहां पर एक स्मार्ट लाइब्रेरी नगर पंचायत के द्वारा खोली जाय, जिसका फायदा सरस्वती शिशु मंदिर के छात्र-छात्राएं सहित क्षेत्र के अन्य विद्यालयों के छात्र-छात्राओं तथा अन्य लोग भी उठा सकें, साथ ही जिन लोग आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण शिक्षा ग्रहण करने को दिल्ली, देहरादून या अन्य बड़े शहरों में नहीं जा सकते हैं, या कोचिंग की शिक्षा लेने नहीं ले सकते हैं, वह भी उस लाइब्रेरी में पढ़ सकें। साथ ही नगर पंचायत थराली द्वारा किरायानामा बनाया गया है, जिसका उद्देश्य यह है, ताकि कोई भी व्यक्ति या संस्था नगर पंचायत थराली के भवन पर अवैध कब्जा न कर सके।
ओर अध्यक्ष ने कहा सरस्वती शिशु मंदिर थराली को हम पूरा सहयोग देने के लिए तैयार हैं और विद्यालय के लिए पूरी व्यवस्थाएं करने को तैयार है ओर बताया अभी कोई भी किराया तय नहीं किया गया है, 2022 में सरस्वती शिशु मंदिर थराली के प्रधानाध्यापक द्वारा एक मंच को अपना कार्यालय बनाया गया है,साथ ही नगर पंचायत थराली के पंचायत भवन/ सरकारी संपत्ति को अपना निजी कार्यालय बनाया गया है, जो गलत तरीके से बनाया गया है, यदि वह दो कमरे हमें लाइब्रेरी बनाने के लिए देते हैं, तो नगर पंचायत थराली द्वारा सर्वसहमति से न्यूनतम किराया तय किया जाएगा।




