✍️उत्तम सिंह ऋषिकेश/देहरादून।
उत्तराखंड में पंचायत चुनावों की संभावित तिथि को लेकर एक बार फिर संशय की स्थिति बन गई है। बरसात के मौसम, कांवड़ यात्रा और चारधाम यात्रा के चलते पंचायत चुनावों को टालने की मांग करते हुए हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है।
मामले की सुनवाई मुख्य न्यायधीश जस्टिस जी. नरेंद्र और न्यायमूर्ति आलोक कुमार मेहरा की खंडपीठ ने की। याचिका देहरादून निवासी डॉ. बैजनाथ द्वारा दाखिल की गई है, जिसमें कहा गया है कि वर्तमान में राज्यभर में भारी वर्षा हो रही है, कई ज़िलों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है और प्रशासन की अधिकांश टीमें कांवड़ यात्रा, चारधाम यात्रा और आपदा राहत कार्यों में जुटी हैं। ऐसे में पंचायत चुनावों का आयोजन न केवल चुनौतीपूर्ण होगा बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी यह उचित नहीं है।
याचिकाकर्ता ने आग्रह किया है कि पंचायत चुनावों की तिथि अगस्त माह के बाद घोषित की जाए। मामले की गंभीरता को देखते हुए कोर्ट ने प्रदेश के डीजीपी और सचिव पंचायती राज को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 15 जुलाई को अगली सुनवाई में उपस्थित होकर स्थिति स्पष्ट करने के निर्देश दिए हैं।
अब सभी की निगाहें 15 जुलाई की सुनवाई पर टिकी हैं, जहां यह तय हो सकता है कि क्या प्रदेश में पंचायत चुनाव निर्धारित समय पर होंगे या फिर उन्हें बरसात के बाद आयोजित किया जाएगा।