
*एम्स ऋषिकेश ने दिव्यांग जनों के लिए शुरू की विशेष ई-वाहन सेवा*
(गेट नम्बर 3 से ओपीडी तक निःशुल्क सुविधा, समय और परेशानी से मिलेगी राहत)
*ऋषिकेश(अंकित तिवारी):*
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश ने दिव्यांग रोगियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सोमवार को बैट्री चालित ई-वाहन सेवा की शुरुआत की। यह सेवा विशेष रूप से ऐसे दिव्यांग जनों के लिए आरंभ की गई है जो चलने-फिरने में असमर्थ हैं और जिन्हें अस्पताल के मुख्य द्वार (गेट नंबर 3) से ओपीडी पंजीकरण एरिया तक पहुंचने में कठिनाई होती है।
संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने इस सेवा का उद्घाटन हरी झंडी दिखाकर किया। उन्होंने कहा कि यह पहल दिव्यांग रोगियों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आएगी। इससे उन्हें न केवल समय की बचत होगी बल्कि धूप और वर्षा जैसी मौसम संबंधी परेशानियों से भी राहत मिलेगी। प्रो. सिंह ने यह भी जानकारी दी कि भविष्य में दिव्यांग जनों के लिए और भी सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
एम्स ऋषिकेश में पहले से ही बुजुर्गों, गंभीर रोगियों और जरूरतमंदों के लिए ई-वाहन सुविधा संचालित की जा रही थी, लेकिन अब दिव्यांग जनों के लिए अलग से यह सेवा सुनिश्चित की गई है। संस्थान में प्रतिदिन 3 हजार से अधिक मरीज ओपीडी में परामर्श के लिए आते हैं, जिनमें बड़ी संख्या दिव्यांग और असहाय लोगों की होती है।
इस अवसर पर चिकित्सा अधीक्षक प्रो. बी. सत्या श्री, असिस्टेंट पीआरओ डॉ. श्रीलोय मोहन्ती, प्रमुख निजी सचिव विनीत कुमार सिंह, सुरक्षा अधिकारी पी.एस. राणा सहित संस्थान के कई अधिकारी उपस्थित रहे।
एम्स की यह पहल न केवल दिव्यांगजनों के लिए राहत का कारण बनेगी, बल्कि चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में एक समावेशी और मानवीय दृष्टिकोण की मिसाल भी पेश करेगी।