
ब्यूरो रिपोट हल्द्वानी, 27 दिसंबर:
किसान मंच उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष किसान पुत्र कार्तिक उपाध्याय ने भाबर क्षेत्र के गांवों में जंगली जानवरों की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ), तराई केंद्रीय वन प्रभाग को पत्र लिखा। उन्होंने वन विभाग पर ग्रामीणों की समस्याओं को अनदेखा करने का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि यदि तुरंत कार्रवाई नहीं की गई, तो किसान मंच बड़ा आंदोलन करेगा।
किसान पुत्र उपाध्याय ने कहा:
“ग्राम हरिपुर मोतिया में बाघिन द्वारा शावकों को जन्म देना और आस-पास के गांवों में मवेशियों के गायब होने की घटनाएं गंभीर समस्या हैं,ग्रामीण भय के साये में जी रहे हैं, और वन विभाग की उदासीनता उनकी समस्याओं को और बढ़ा रही है।”
उन्होंने वन विभाग से निम्नलिखित कार्यवाही की मांग की:
1. जंगली जानवरों की गतिविधियों की सतत निगरानी।
2. ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीक और उपकरणों का उपयोग।
3. आपात स्थितियों के लिए एक मजबूत और प्रशिक्षित दल की तैनाती।
4. प्रभावित ग्रामीणों को समय पर मुआवजा।
5. जागरूकता अभियान के माध्यम से ग्रामीणों को सुरक्षा उपायों की जानकारी।
किसान मंच की चेतावनी:
श्री उपाध्याय ने स्पष्ट किया कि यदि वन विभाग ने अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से नहीं लिया, तो किसान मंच ग्रामीणों के साथ सड़कों पर उतरेगा। उन्होंने कहा, “यह मुद्दा केवल जंगल और गांव के बीच का नहीं है, यह हमारे ग्रामीण समाज की सुरक्षा और आजीविका का सवाल है,किसान मंच हर कदम पर ग्रामीणों के साथ खड़ा रहेगा।”
किसान मंच ने वन विभाग से प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई करने की अपील की,ताकि इस समस्या का शीघ्र समाधान हो सके।