✍️ उत्तम सिंह, ऋषिकेश।
एम्स ऋषिकेश में लंबे समय से कार्यरत 56 संविदा कर्मचारियों की सेवाएँ 2 सितम्बर से अचानक समाप्त कर दी गईं। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि अदालत के आदेश के बावजूद उन्हें बाहर किया गया है।
कर्मचारियों का कहना है कि वर्ष 2017 में स्वीकृत वेतन वृद्धि अब तक उन्हें नहीं मिली, जबकि नए कर्मचारियों को बढ़ा हुआ वेतन और नियमित विस्तार दिया जा रहा है। वे इसे भेदभावपूर्ण बता रहे हैं।
आज एम्स सिक्योरिटी ने कर्मचारियों को परिसर में प्रवेश से रोकने की कोशिश की, लेकिन वे उपनिदेशक कार्यालय के बाहर शांतिपूर्वक बैठे रहे।
कर्मचारियों की मांग है कि कार्यकाल का विस्तार किया जाए, वेतन वृद्धि लागू हो और बकाया वेतन शीघ्र मिले। इस दौरान स्थानीय पार्षद एवं सांसद प्रतिनिधि राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट ने भी कर्मचारियों का समर्थन किया।