
ग्रामीणों की वर्षों पुरानी रामनगर – तलवाड़ी सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की मांग हुई तेज।
सामरिक, पर्यटन, शिक्षा और रोजगार की दृष्टि से अहम मानी जा रही है 140 किमी की यह सड़क।
सुभाष पिमोली थराली।
उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की नई संभावनाओं को लेकर अब स्थानीय लोग संगठित होकर आवाज उठा रहे हैं। इसी के तहत बधाण-खन्सर संघर्ष समिति के अध्यक्ष ग्राम नैल निवासी पूर्व सैनिक शयन सिंह नेगी एवं समस्त रामगंगा, खन्सर और पिंडर घाटी वासियों की ओर से भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव भेजा गया है। प्रस्ताव में रामनगर से तलवाड़ी तक की 140 किलोमीटर लंबी सड़क के निमार्ण की मांग करते हुए सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की मांग की गई है। सड़क निमार्ण से रामनगर से तलवाडी़ के बीच पड़ने वाले मुख्य कस्बे रामनगर,मोहान,मछोड़- भिकियासैंण,मासी,चौखुटिया, माइथान,तलवाडी़ होंगे।इस प्रस्ताव के पीछे कई अहम तर्क दिए गए हैं।जिसमे यह सड़क
सामरिक दृष्टिकोण से महत्त्वपूर्ण है ओर सेना की गतिविधियों के लिए भी रणनीतिक रूप से अहम मानी जा रही है। प्रस्ताव में उल्लेख किया गया है कि इस मार्ग से सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की आवाजाही आसान होगी, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती मिलेगी।साथ ही
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
यह मार्ग नंदा राजजात यात्रा गैरसैंण तथा अन्य धार्मिक व सांस्कृतिक स्थलों को जोड़ता है। सड़क के राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित होने से पर्यटकों की आमद में इजाफा होगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।
इस सड़क के बनने के बाद पलायन पर लगेगी रोक ओर मिलेगा रोजगार
शयन सिंह नेगी ने बताया कि सड़क के चौड़ीकरण और बेहतर संपर्क से स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। साथ ही, क्षेत्र में पलायन की बढ़ती समस्या को भी काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकेगा।ओर
शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं होंगी सुलभ
दूरस्थ गांवों से बच्चों और मरीजों के लिए स्कूल और अस्पताल तक पहुंचना बेहद कठिन होता है। इस सड़क के सुधरने से इन सुविधाओं तक तेज़ और सुरक्षित पहुंच संभव हो सकेगी।साथ ही
ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के लिए नया मार्ग
रामनगर–थराली मार्ग खुलने से गैरसैंण के लिए वैकल्पिक और बेहतर संपर्क मार्ग तैयार होगा, जो उत्तराखंड की राजधानी के विकास की दृष्टि से भी अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।
मंत्री को संबोधित पत्र में आग्रह किया है कि क्षेत्रीय विकास को दृष्टिगत रखते हुए रामनगर से तलवाड़ी तक की सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया जाए। इस पत्र की प्रतिलिपि एनएचएआई देहरादून नई दिल्ली,मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड सरकार,परिवहन मंत्री उत्तराखंड तथा सांसदगण अनिल बलूनी और अजय टमटा को भी भेजी गई है।
संलग्न दस्तावेजों में क्षेत्र के विकास से जुड़े तथ्य, स्थानीय लोगों का समर्थन और सड़क की आवश्यकता को दर्शाने वाली जानकारी संलग्न की गई है।
यह मांग यदि स्वीकार होती है, तो यह सड़क न केवल पिण्डर, खन्सर व रामगंगा तीनो घाटियों के लिए वरदान साबित होगी, बल्कि पूरे क्षेत्र के विकास को भी एक नई दिशा मिलेगी।