
12 दिन बाद भी नहीं लगा वन दरोगा कैलास चंद्र पांडे का कोई सुराग,
बागेश्वर जिला मुख्यालय की रेंजर कार्यालय में वन दरोगा की पद पर तैनात कैलाश चंद्र पांडे का 12 दिन बाद भी नहीं मिला कोई सुराग कोतवाली पुलिस और वन विभाग की टीम संभावित स्थानों में तलाश करने की बात कह रही है लेकिन अभी तक किसी को कोई सफलता नहीं मिल पाई है 3 जुलाई को वन दरोगा जिला मुख्यालय से पत्नी गीता देवी के साथ सुबह 8:00 स्कूटी से अपने गांव बिजोरी के लिए निकले थे पत्नी को गांव छोड़कर कार्यालय जाने की बात कहकर जिला मुख्यालय की तरफ आए कार्यालय नहीं पहुंचने पर दोपहर 2:00 बजे उनके दफ्तर से परिजनों को सूचना मिली कि पांडे कार्यालय में नहीं पहुंचे हैं उनका फोन भी बंद आ रहा है काफी खोजबीन के बाद परिजनों ने कोतवाली में उनकी गुमसुदगी दर्ज कराई परिजनों ने डीएम को ज्ञापन देकर उनकी तलाश तेज करने की मांग की
सवाल पैदा होता है कि आखिर वन दरोगा कहा गए पुलिस और विभाग भी संभावित स्थानों में खोजबीन कर रही है
डीएफओ बागेश्वर ध्रुव सिंह मार्तोलिया ने बताया कि तलाश में टीमें गठित की गई है जिले के अलावा सीमा पर लगे अन्य जिलों के कर्मचारियों को भी अलर्ट पर रखा गया है किसी भी सूचना पर तत्काल पहुंचने के लिए टीम बनाई गई है सभी संभावित स्थानों में सधन तलाशी की जा रही है
सीओ अजय लाल शाह ने बताया कि कोतवाली पुलिस की टीम सभी संभावित स्थानों और जंगलों में खोजबीन अभियान चला रही है टीम ने जिले के बाहर भी संभावित स्थानों में लोगों से पूछताछ की है सरहदी जिलों और राज्यों को भी रेडियोग्राम की माध्यम से अवगत कराया जा रहा है