
दशकों पुराने जर्जर पुलों को मरम्मत का इंतजार , कभी भी हो सकती बड़ी दुर्घटना
सुभाष पिमोली थराली।
थराली विधानसभा के अंतर्गत कई स्थानों पर 60 के दशक से पूर्व बने पुलो पर भारी वाहनों की आवाजाही खतरे का सबब बना हुआ है वही थराली देवाल को जोड़ने वाला 4 दशक पूर्व बना मोटर पुल जो थराली तथा देवल विकासखंड के 200 से अधिक गांवों को जोड़ता है पर इस पुल पर चलना खतरे से खाली है पूर्व में व्यापार संघ द्वारा पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने की मांग की थी 2 वर्ष पूर्व भारी वाहनों के आवागमन के कारण मोटर पुल बीचो-बीच धस गया था गनी मत रही कोई बड़ी घटना घटने से बच गई तब प्रशासन द्वारा पुल को आवागमन के लिए बंद करना पड़ा दो माह तक पुल पर आवागमन बंद रहा जब पुल की मरम्मत के बाद खोला गया तब विभाग द्वारा 16 टन क्षमता वाले वाहनों को ही आवागमन की अनुमति दी गई थी और थराली तथा सुनगाड़ के पुलो के दोनों और चेतावनी बोर्ड लगाकर अपना पल्ला झाड़ दिया और आज तक पुल पर 30 टन वाले वाहन खुलेआम दौड़ रहे हैं जिस कारण आज भी इन पुलों से आवागमन खतरे से खाली नहीं है हैरानी की बात तो यह है प्रशासन द्वारा चेपड़ो तथा थराली मे रिवर ड्रेजिग के तहत पट्टे खोले है खनन व्यापारियों द्वारा इन्हीं पुलों से आईबीएम का परिवहन होना है लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता दिनेश मोहन गुप्ता ने बताया सुंनगाड़ व थराली मुख्य बाजार का पुल पर 16 टन क्षमता वाले वाहनों के लिए ही आवागमन के लिए खोला गया है और पुल के दोनों और सुरक्षा हेतु सुरक्षा बोर्ड लगाए गए हैं और पुल पर एक बार में एक ही वाहन गुजरने की अनुमति दी गई है लोगो ने बताया यह पुल सामरिक दृष्टि से महत्व पूर्ण है गढ़वाल एवं कुमाऊं मंडल को जोड़ता है और कहा कई बार विभाग के अधिकारियों को इस बाबत अवगत करा दिया गया है उन्होंने बताया अगर कभी भी पुल पर कोई घटना होती संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।