
एक विधायक ने सड़क का शिलान्यास किया तो दूसरी ने कराई केंसल
पहाड़ों में ऐसे कई विकास कार्य है जिनका शिलान्यास तो हुआ लेकिन वो कार्य नेताओं की आपसी खींचातानी के बाद सालों तक नहीं हुए शिलान्यास के पत्थर तक गायब हो गए
फिलहाल जो मामला हम आपको दिखा रहे है वों यमकेश्वर विधानसभा का है और आप जानते है कि यहाँ की पूर्व विधायक वर्तमान में विधानसभा अध्यक्ष भी है और वर्तमान विधायक रेनू बिष्ट भी भाजपा से ही है और उनके बारे में तो आप भलीभांति जानते होंगे
यहां पर सरकार द्वारा बैरागढ़ से कुमारथा के लिए प्रथम स्टेज सड़क मंजूर की गई थी जिसके कि pwd द्वारा टेंडर तक निकाले गए और उस समय की विधायक ऋतू भूषण खंडूरी द्वारा इस सड़क का शिलान्यास भी किया गया लेकिन सड़क नहीं बनी
कारण की विधायक बदल गई और विधायक रेनू बिष्ट ने बदलते ही उक्त सड़क केंसिल करवा दी और इस क्षेत्र में जो दूसरा फेस का कार्य होना था उसे करवाना शुरू कर दिया जिसके लिए ग्रामीणों व वन विभाग से अनुमति भी नहीं ली 94 लाख जो बैरागढ़ से कुमारथा तीन किलोमीटर के लिऐ स्वीकृत हुए वह पैसा प्रथम चरण से कैंसिल करवा कर उसी पैसे को द्वितीय चरण के लिऐ विभाग को धोखे में रख कर स्वीकृत करवा दिया, सवाल जब प्रथम चरण का काम हुआ नहीं तो दुतिया चरण का काम कैसे शुरू हो गया, दो विधायकों का झगड़ा ग्रामीण परेशान हैं, मामला कोर्ट में भी है फिर भी धड़ल्ले से काम चल रहा है ।
बता दें कि खंडूरी सरकार में बैरागढ़ के लिए बड़ा पुल स्वीकृत हुआ था इस पुल की मांग ग्रामीण वर्षो से कर रहे थे क्योंकि इस पुल से कई गांव जुड़ने थे
बाकी क्या हुआ ये आपको खुद यमकेश्वर विधानसभा के यूकेडी नेता शांति भट्ट बताएंगे