
बच्चों की सुरक्षा दाव पर,रामलीला मैदान थराली स्थित सरस्वती शिशु मंदिर की सुरक्षा दीवाल क्षतिग्रस्त, कभी भी हो सकती बड़ी अनहोनी।
सुभाष पिमोली थराली।
रामलीला मैदान थराली स्थित सरस्वती शिशु मंदिर की दीवाल को अभी तक ठीक नहीं कराया गया है। सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त होने से बच्चों के लिए खतरा बना हुआ है। जिस कारण बच्चों की सुरक्षा दांव पर लगी हुई है विद्यालय प्रबंधन समिति कई बार विभागीय अधिकारियों से लेकर स्थानीय विधायक भूपाल राम टम्टा यहां तक भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट से दीवार की मरम्मत कराने की गुहार लगा चुके हैं। लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है
जहा सरस्वती शिशु मंदिर थराली के खेल मैदान की सुरक्षा दीवार पिछले बरसात में क्षतिग्रस्त हो गई थी जिस कारण पिंडर नदी का पानी,मलुवा रामलीला मैदान, पिंडर पब्लिक स्कूल, बैतालेश्वर महादेव मंदिर,थराली बाजार के निचले रिहायशी हिस्सों सहित शिशु मंदिर के प्रांगण ओर विद्यालय में घुस गया जिस कारण विद्यालय को कई दिनों तक बंद रखना पड़ा और पठान पाठन पूरी तरह प्रभावित रहा अब दूसरी बरसात आने को है लेकिन अभी तक उस सुरक्षा दीवाल की मरमत का कार्य नहीं हो पाया जिस कारण प्रबंध समिति तथा अभिभावकों को डर सता रहा की कभी कोई बड़ी अनहोनी न हो जाय, पिछले बरसात में भारी बारिश के कारण पिंडर नदी का जल स्तर बढ़ने के कारण रामलीला मैदान की सुरक्षा दीवाल का आधा हिस्सा पूरी तरह से ध्वस्त हो गया था जिस कारण पिंडर का पूरा पानी विद्यालय में घुस गया । स्थानीय दीवान सिंह पिमोली, परमवीर सिंह,आचार्य कुशालानंद, आचार्य पार्वती देवी,संजय पांडे,सुमन देवी, व्यापार संघ अध्यक्ष संदीप बुटोला,पूर्व व्यापार संघ अध्यक्ष प्रेम बुटोला ने बताया कि बच्चों को हर समय खतरा बना रहता है। सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त होने से बच्चों के खेल-खेल में नदी में गिरने का भय बना रहता है। जबकि अब बरसात निकट है उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा दीवार का निर्माण किए जाने की मांग की है , लेकिन बच्चों की सुरक्षा को लेकर विभागीय अधिकारी से लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि लापरवाह बने हुए हैं। अभिभावकों ने इस बरसात से पूर्व जल्द दीवाल निर्माण की माँग की है। प्रधानाचार्य भगवती प्रसाद पांडे प्रबंधक गंगा सिंह बिष्ट ने बताया इस बाबत सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता से मुलाकात का सुरक्षा दीवाल निर्माण की गुहार लगाई लेकिन उन्होंने बजट का रोना रोते हुए पल्ला झाड़ने हुए यह कह कर कि नगर पंचायत थराली के अधीन आता है आता है अतः इसे नगर पंचायत ही करेगा अब देखना होगा बरसात से पूर्व क्या यह दीवाल बन पाएगी क्या अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों को बच्चों की चिंता होगी।