
मुश्लिम परिवार में बेटी को मौत की वजह से कई हिन्दू परिवारों ने होली न मनाकर दिया हिन्दू मुश्लिम एकता का सन्देश
नमस्कार दोस्तों जंहा एक तरफ पूरे देश में होली का त्यौहार मनाया गया वही देहरादून के सहसपुर थाना क्षेत्र के रामपुर कला चोई बस्ती रोड में एक मुश्लिम परिवार में एक बेटी की मृत्यु हो गई थी जिसके कारण वहाँ पर रह रहे कई हिन्दू परिवारों ने होली का त्यौहार नहीं मनाया, तमाम हिन्दू परिवार इस दुःख की घड़ी में शोकाकुल परिवार के साथ खडे हो गए
सनातन धर्म में होली का त्यौहार बहुत बड़ा त्यौहार होता है लेकिन दुःख की घड़ी में शोकाकुल परिवार की वजह से तमाम सनातनी परिवारों ने होली का त्यौहार नहीं मनाया
इसके कहते है हिन्दू मुश्लिम एकता ओर होना भी चाहिए देवभूमि उत्तराखंड की रीति रही है कि जिस गांव में तीज त्यौहार पर या उससे आगे कोई मौत हो जाती है या कोई दुःखद घटना हो जाती है तो पूरा गांव उस दुःख की घड़ी में शोकाकुल परिवार के साथ खड़ा हो जाता है तमाम ख़ुशी के त्योहारों को आगे बढ़ा दिया जाता है
लेकिन यें रीति केवल पहाड़ों में है मैदानी क्षेत्रों में नहीं क्योंकि मैदानी क्षेत्रों में अलग अलग जिलों एवं बाहरी प्रदेशों के लोग बसे हुए है इसलिए सभी लोग अपने से ही मतलब रखते है
वैसे तो रामपुर कला मुश्लिम बाहुल्य क्षेत्र है लेकिन इस गांव में हिन्दू परिवारों की संख्या भी बहुत ज्यादा है