
रायपुर सरकारी अस्पताल में सुविधाओं के नाम पर वसूली का आरोप, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने किया विरोध
देहरादून : रायपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एक बार फिर सुर्खियों में है। सामाजिक कार्यकर्ता आदर्श राठौर ने जानकारी देते हुए बताया कि अस्पताल में एक्सरे और अल्ट्रासाउंड जैसी मूलभूत सुविधाएँ, जो सरकार की ओर से निशुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं, मरीजों से पैसों के बदले कराई जा रही हैं।
आरोप यह भी है कि यदि कोई मरीज पैसे देने से मना करता है, तो उसे इन जाँचों के लिए बाहर भेज दिया जाता है। साथ ही अस्पताल में मिलने वाली दवाइयों को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े किए गए हैं। मरीजों का कहना है कि उन्हें केवल कैल्शियम और विटामिन जैसी सीमित दवाएँ दी जाती हैं, जबकि अन्य दवाइयाँ बाहर स्थित एक निजी मेडिकल स्टोर से मंगवाई जाती हैं, जिससे डॉक्टर और मेडिकल संचालक के बीच कमीशन फिक्सिंग का संदेह जताया जा रहा है।
इन मुद्दों को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता आदर्श राठौर, अजय कप्तान, अंकित केंतुरा समेत स्थानीय ग्रामीणों ने एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया और मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. प्रताप सिंह रावत से मुलाकात कर अपनी शिकायतें दर्ज कराईं।
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि समस्याओं का जल्द समाधान नहीं किया गया, तो अस्पताल के मुख्य गेट पर ताला लगाकर डॉक्टरों और कर्मचारियों के खिलाफ व्यापक आंदोलन किया जाएगा।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. प्रताप सिंह रावत ने प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त किया कि मामले को संज्ञान में लेकर आगामी दो दिनों में कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि आदर्श राठौर और उनकी टीम लगातार ग्रामीणों के हक की लड़ाई लड़ रही है और जनहित के मुद्दों को उठा रही है।