
16 अगस्त से 6 सितंबर तक होगी नंदा देवी लोक जात यात्रा।
सुभाष पिमोली थराली।
हर वर्ष होने वाली नंदा देवी लोक जात यात्रा के लिए तिथि घोषित हो गई है।हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी नंदा देवी लोक जात यात्रा की तिथियाे का नंदा देवी राजराजेश्वरी मंदिर कमेटी कुरुड परगना नंदाक बधाण द्वारा धार्मिक परंपराओं के अनुसार समस्त गौड पुजारियो तथा अध्यक्ष मंदिर समिति द्वारा 21 दिनों तक चलने वाली सबसे लंबी पैदल यात्रा जो कुरुड नंदा नगर से बेदनी कुंड तक चलेगी जिसका रविवार को कुरुड मंदिर में विधि विधान के साथ पूजा अर्चना के बाद यात्रा पंचांग जारी कर दिया गया है कमेटी के अध्यक्ष नरेश गौड़ ने बताया राजराजेश्वरी नंदा भगवती की उत्सव डोली 14 अगस्त को गर्भ ग्रह से बाहर निकाली जाएगी ओर 16 अगस्त तक सिद्ध पीठ कुरुड में नंदा मेले का आयोजन किया जाएगा 16 अगस्त को शाय 3:00 बजे उत्सव डोली रात्रि विश्राम के लिए चरबंग पहुंचेगी जहां रात्रि में नंदा देवी जागरण के साथ भूमियाल एवं देवी पूजा की जाएगी, वही 17 अगस्त को प्रातः चरबंग से दिन मे कुंडबगड रात्रि विश्राम मथकोट जहा देवी की पूजा अर्चना की जायेगी, 18 अगस्त को मथकोट से दिन में धरगांव सिद्धेश्वर शिव मंदिर नंदा नगर श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए पहुंचेगी और रात्रि विश्राम उस्तोली पहुँचेगी जहा रात्रि को देवी जागरण देवी पूजन तथा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। 19 अगस्त को उस्तोली से दिन मे सरपाणी, लाखी होते हुए रात्रि विश्राम भेटी पहुंचेगी जहां द्वारी माता की पूजा अर्चना की जाएगी।20 अगस्त को प्रातः भेटी से दिन में स्यारी, बंगाली,सुपताल चौरगढ़, विनायक होते हुए पिंडर घाटी के गेरुड़ पहुंचेगी जहां देवी पूजा तथा देवी जागरण का आयोजन किया जाएगा 21 अगस्त को प्रातः गेरुड़ से दिन में बुँगा होते हुए रात्रि विश्राम डूंगरी पहुंचेगी जहां देवी पूजा की जाएगी।22 अगस्त को डूंगरी से दिन में केरा,मेन होते हुए रात्रि विश्राम सूना पहुंचेगी जहा रात्रि में कालरात्रि यंत्र पूजा की जाएगी। 23 अगस्त को सूना से दिन में थराली, राडीबगड़ होते हुए रात्रि विश्राम थोकदारों के गांव चेपड़ाे पहुँचेगी जहां ठोकदारो द्वारा देवी पूजा की जाएगी। 24 अगस्त को प्रातः चेपड़ो से दिन में कोठी होते हुए रात्रि विश्राम धरातल्ला पहुंचेगी। 25 अगस्त को धरातल से दिन में धरा मल्ला से रात्रि विश्राम बेराधार पहुँचेगी, 26 अगस्त को बेराधार से दिन में देवाल, इछोली, हाट होते हुए रात्रि विश्राम फलदिया गांव पहुंचेगी जहां देवी पूजन के साथ देवी जागरण का आयोजन भी किया जाएगा। 27 अगस्त को फलत्यागांव से लब्बू पिलखड़ा, ल्वाणी होते हुए रात्रि विश्राम मुंन्दोली पहुंचेगी जहां पर रात्रि में देवी जागरण तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। 28 अगस्त को प्रातः मुंन्दोली से लोहाजग, कार्तिक बगड़ होते हुए रात्रि विश्राम वाण गांव पहुंचेगी जहां नंदा भगवती अपने धर्म भाई लाटू से मिलन करेगी, 29 अगस्त को वहां से रणकदार होते हुए गरौली पातल पहुंचेगी जो एक निर्जन पड़ाव है 30 अगस्त को गेरौली पातल से अमुक्ता भरणी नंदा सप्तमी जात होगी जो बैदनीकुंड में आयोजित की जाएगी जात के बाद उसी दिन देवी की उत्सव डोली अपने वापसी प्रथम पड़ाव वाक पहुंचेगी जहां रात्रि विश्राम को देवी की पूजा अर्चना की जाएगी,प्रातः 31 अगस्त को वाक से बगरीगाड़ होते हुए रात्रि विश्राम ल्वाणी पहुंचेगी, 1 सितंबर को ल्वाणी से बमणबेरा होते हुए रात्रि विश्राम उलंग्रा पहुंचेगी 2 सितंबर को उलंग्रा से हाट होते हुए रात्रि विश्राम पूर्णा, 3 सितंबर को पूर्णा से चिडगा, कल्याणी होते हुए रति विश्राम जोला,4 सितंबर को जोला से बुडर्जोला,त्रिकोट सेरा होते हुए विजयपुर। 5 सितंबर को विजयपुर से लौड़ा,तलवाडी होते हुए रात्रि विश्राम बनौली और 6 सितंबर को बेनोली से लोल्टी होते हुए सिद्ध पीठ देवराडा पहुंचेगी जो इस यात्रा का अंतिम पड़ाव होगा यहीं पर नंदा भगवती का ननिहाल है,यहां पर नंदा भगवती के आगमन पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन थोकदारों एवं देवराडा गांव द्वारा किया जाता है राजस्थानी कलाकारों तथा महिला मंगल दलों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं वही अनंत चतुर्दशी के दिन नंदा देवी की उत्सव डोली 6 माह के लिए अपने गर्भ ग्रह में विराजमान हो जाती है । पंचांग जारी करने के अवसर पर कुरुड मंदिर समिति के अध्यक्ष नरेश गौड, पूर्व अध्यक्ष मंसाराम गौड, अनिल गौड, कन्हैया प्रसाद गौड, राजेश गौड, सतीश गौड, सुनील प्रसाद गौड, जगदीश प्रसाद गौड़ देवकांत देवराडी रघुवीर सिंह फर्शवाण, नवनिर्वाचित प्रधान हेमा देवी,क्षेत्र पंचायत सदस्य देवेश्वरी गौड, धनीराम गौड आदि मौजूद रहे।