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अंकित तिवारी,रानीपोखरी,ऋषिकेश।
श्री सुरकंडा माता मंदिर, पुन्नीवाला (फलसुवा) के तत्वावधान में एक भक्तिमय एवं पारंपरिक कार्यक्रम का आयोजन श्रद्धा एवं उत्साह के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर स्थानीय श्रद्धालुओं ने अपने-अपने घरों से नए अन्न (नवधान्य) लाकर मां सुरकंडा को अर्पित किया और उसी से प्रसाद बनाकर मंदिर प्रांगण में उपस्थित सभी भक्तों के बीच वितरित किया।
कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चार और माता के गुणगान से हुई। इसके पश्चात भक्तों द्वारा घर-घर से लाए गए नए अनाज का पूजन किया गया। यह परंपरा आस्था, कृषि संस्कृति और सामूहिक सहयोग की सुंदर मिसाल मानी जाती है। माता को अर्पित किए गए इस अन्न से तैयार किया गया प्रसाद भक्तों में बड़े ही भक्तिभाव से वितरित किया गया।
इस आयोजन ने न केवल धार्मिक समरसता को प्रबल किया, बल्कि नई फसल के आगमन पर ईश्वर के प्रति आभार प्रकट करने की सांस्कृतिक परंपरा को भी सजीव किया। मंदिर समिति के सदस्यों और स्थानीय ग्रामवासियों का विशेष सहयोग इस कार्यक्रम को सफल बनाने में रहा।
मंदिर समिति के आयोजकों ने बताया कि यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है और हर वर्ष नए अन्न के आगमन पर मां सुरकंडा के चरणों में अर्पण कर आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है। यह आयोजन गांव की धार्मिक चेतना, लोक परंपरा और सामाजिक एकता का प्रतीक बन चुका है।
भक्तों ने यह भी संकल्प लिया कि आने वाले वर्षों में इस आयोजन को और भी भव्य व व्यापक रूप में मनाया जाएगा, जिससे युवा पीढ़ी भी अपनी जड़ों से जुड़ी रहे और संस्कृति की इस अमूल्य धरोहर को सहेज सके।