✍️ सुभाष पिमोली थराली।
श्री नंदा देवी परगना बधाण राजराजेश्वरी मंदिर समिति देवराडा ने जिलाधिकारी चमोली को पत्र भेजकर वर्ष 2026 में प्रस्तावित नंदा देवी राजजात यात्रा को सफल बनाने की मांग की है। समिति ने यात्रा मार्ग से जुड़े देवराडा और कुरुड को पर्यटन मानचित्र में शामिल करने की भी मांग की है।
देवराडा मे राजजात समिति के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुँवर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में मंदिर समिति कुरुड, मंदिर समिति देवराडा, राजजात समिति के प्रतिनिधि, चौदह सयानो तथा क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थित रहे। बैठक में पूर्व में उत्पन्न विवादों को आपसी सहमति से समाप्त करने के बाद आगामी राजजात को दिव्य और भव्य बनाने पर विस्तार से चर्चा की गई। समिति ने सिद्ध पीठ देवराडा और कुरुड के मंदिरों के जीर्णोद्धार, यात्रा मार्गों, पेयजल, प्रकाश व शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं को समय से पूर्ण करने की मांग रखी।
मंदिर समिति कुरुड के अध्यक्ष नरेश गौड़ ने कहा कि कुरुड से चरभग , चरभंग से बेदनी तक तथा लोक जात के सभी पड़ावों को भी पर्यटन मानचित्र में शामिल किया जाए और यात्रियों के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। साथ ही उन्होंने आग्रह किया कि बधाण की नंदा देवी और वाण के लाटू देवता की परंपरा से जुड़ी इस यात्रा के इतिहास और संस्कृति को संस्कृति विभाग द्वारा दस्तावेजबद्ध किया जाए। ज्ञापन में देवराडा मंदिर समिति के अध्यक्ष थोकेदार पंडित भुवन चंद हटवाल, राजजात समिति के कोषाध्यक्ष सुशील रावत, सदस्य पृथ्वी सिंह रावत, सदस्य शंकर सिंह रावत आदि के हस्ताक्षर है।




