
भूमि के बदले भूमि की मांग, अधर मे लटका प्रस्तावित प्राणमति वेली ब्रिज
सुभाष पिमोली थराली।
विकासखंड थराली के सुना, थराली गांव पेनगढ़ देवलग्वाड़, सुनाऊ गांव को तहसील मुख्यालय से जोड़ने के लिए प्रस्तावित वेली ब्रिज भूमि विवाद के कारण अधर में लटक गया है गौरतलव है कि वर्ष 2023 की आपदा के कारण प्राणमति नदी पर बना मोटर पुल एवं झूला पुल तथा कई हेक्टेयर कृषि भूमि एवं दो मकान आपदा में बह गए थे दो वर्ष बीत जाने के बाद भी इन पांच गांव की 4000 आबादी तथा राजकीय इंटर कॉलेज थराली, बालिका इंटर कॉलेज थराली शिशु मंदिर, विद्या मंदिर तथा पिंडर जूनियर हाई स्कूल में पढ़ने वाले लगभग 45 छात्र/ छात्राएं एवं थराली में व्यापार कर रहे व्यापारियों को लकड़ी के वैकल्पिक पुल से थराली पहुंचना पड़ता है चार माह बरसात के दौरान लकड़ी का पुल बह जाने के कारण यहां के लोगों को लगभग 7 किलोमीटर की दूरी तय कर कुलसारी के रास्ते थराली पहुंचना पड़ता है 2023 से यहां के ग्रामीण लगातार स्थाई पुल की मांग कर रहे हैं समाजसेवी कुंवर सिंह रावत,पूर्व प्रधान मोहन बहुगुणा, अनिल देवरानी ने बताया इस बाबत स्थानीय विधायक,सांसद गढ़वाल,जिला अधिकारी चमोली से कई बार गुहार लगा चुके हैं लेकिन अभी तक पुल का निर्माण नहीं हो पाया, अब यहां पर प्रशासन के निर्देश पर वेली ब्रिज बनाने की कवायत शुरू तो हुई लेकिन भूमि विवाद के चलते मामला दोबारा शासन में पहुंच गया है अब देखना होगा क्या इस बरसात से पूर्व वेली ब्रिज का निर्माण हो पाता या ग्रामीण अपने आप को ठगा महसूस करते लोक निर्माण विभाग द्वारा बेली ब्रिज तक पहुंच मार्ग का सर्वे तो किया गया जिसमें देवकुना के ग्रामीणों की कृषि भूमि आ रही है और एक व्यक्ति द्वारा अपनी भूमि देने की एवज में भूमि की मांग पर अड़ा हुआ है उक्त व्यक्ति को स्थानीय विधायक से लेकर लोक निर्माण विभाग तथा प्रशासन मनाने पहुंचा लेकिन समस्या का हल नहीं निकल पाया जैसे ही बरसात का समय नजदीक आ रहा है ग्रामीण चिंतित नजर आ रहे हैं उप जिला अधिकारी थराली पंकज भट्ट ने बताया बेली ब्रिज निर्माण के लिए ब्रिज की सामग्री पहुंच गई है लेकिन एक व्यक्ति द्वारा भूमि ना देने के कारण विलंब हो रहा है उक्त व्यक्ति को मनाने के लिए प्रशासन से लेकर स्थानीय विधायक तक पहुंचे लेकिन वह अपनी माग भूमि के बदले भूमि पर अड़ा हुआ है उन्होंने बताया लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रस्ताव आया है कि उक्त क्षेत्र आपदा ग्रस्त है जिस कारण आपदा एक्ट के तहत भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही की जाय, उन्होंने बताया जिसका प्रस्ताव जिलाधिकारी चमोली को भेज रहे है।