
पर्यटन नगरी ग्वालदम में दो दिवसीय कला धरोहर कार्यशाला शुरू।
सुभाष पिमोली थराली
केंद्रीय विद्यालय एस एस बी ग्वालदम के छात्र-छात्राओं के लिए एस एस बी ऑडिटोरियम में दो दिवसीय कला धरोहर कार्यशाला की शुरुआत हुई। पहले दिन बुधबार को मुरली मनोहर उप्रेती ने छात्रों को मीरा बाई के भजन सिखाएं। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि अतुल राय द्वितीय कमान अधिकारी, विशिष्ट अतिथि विदुषी डॉक्टर बसंती बिष्ट “पद्मश्री “उपस्थित रहे इस मौके पर भजन गायक मुरली मनोहर उप्रेती, सौरभ,दिव्या परिहार, मंजू मेहरा द्वारा “पिया जी म्हारे नैना आगे रिजो जी, पायोजी मैंने राम रतन धन पायो जैसी “पंडित कुमार गंधर्व द्वारा बनाई गई बंदिशों के रुप में मीरा बाई के भजनों की प्रस्तुतियां दीं।
यह आयोजन संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में कला धरोहर कार्यशाला शुरू हुई। इसमें मुरली मनोहर उप्रेती ने मीरा बाई पर आधारित एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति दीं।
इस अवसर पर विदुषी बसंती बिष्ट पद्मश्री ने बताया कि यह पहल भारतीय प्रदर्शन कलाओं के ज्ञान को फैलाने और युवा प्रतिभाओं को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। और हमें अपनी धरोहर बोली भाषा को सजोये रखना चाहिए
इस अवसर पर कार्यक्रम संचालक डॉ संतोष क्रांति, असिस्टेंट कमांडेंट जसवीर तोमर, प्रधानाचार्य केंद्रीय विद्यालय अजय घिड़ियाल, हरीश जोशी, हीरा सिंह बडियारी आदि मौजूद थे।