
भवाली बाजार अग्निकांड: एक परिवार हुआ पूरी तरह बेघर, चार पीढ़ियों की मेहनत जलकर खाक
दिनांक 02 जून की रात्रि को भवाली बाजार क्षेत्र में हुए भीषण अग्निकांड ने चार दुकानों और दो आवासीय घरों को अपनी चपेट में ले लिया। इस भयावह हादसे में एक ऐसा परिवार पूरी तरह प्रभावित हुआ है जो चार पीढ़ियों से भवाली में लॉन्ड्री की पारिवारिक दुकान के माध्यम से आजीविका चलाता था।
इस परिवार का दुमंजिला पुश्तैनी मकान और उसमें रखा सारा सामान कपड़े, फर्नीचर, दस्तावेज़, नकद राशि एवं व्यवसाय से संबंधित सामग्री पूरी तरह जलकर नष्ट हो गया। वर्तमान में यह परिवार सड़क पर आ गया है और अस्थायी रूप से अपने रिश्तेदारों के यहां शरण लेने को मजबूर है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भवाली जैसे व्यस्त और संवेदनशील पहाड़ी नगर में स्थानीय अग्निशमन केंद्र का न होना प्रशासनिक व्यवस्था की गंभीर चूक को उजागर करता है।
युवा एकता मंच भवाली ने इस हृदयविदारक हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से कुछ मांगें रखी हैं जिसमें
प्रभावित परिवार को आपदा राहत कोष एवं विधायक निधि से तात्कालिक आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने, भवाली नगर में स्थायी अग्निशमन केंद्र की स्थापना किए जाने माँग व आपदा प्रबंधन योजनाओं की समीक्षा कर भवाली जैसे शहरों के लिए तेज़ रिस्पॉन्स सिस्टम विकसित करने और प्रभावितों को स्थायी पुनर्वास एवं आजीविका हेतु विशेष सहायता दिए जाने की माँग शामिल हैं, मंच के पदाधिकारियों ने कहा कि घटना के दूसरे दिन कई जनप्रतिनिधि मौके पर पहुँचे, लेकिन अब तक पीड़ित परिवार को कोई वास्तविक सहायता नहीं मिल सकी है। राहत कोष और विधायक निधि सिर्फ़ घोषणाओं और शिलान्यास के पत्थरों तक तक सीमित न रह जाए इसे ज़मीन पर उतारने की ज़रूरत है।