
पवन रावत नैनीताल
सरकार ने भेजा पानी, अधिकारियों ने बीच में ही तोड़ दी धार, अफसरशाही की लापरवाही ने गांव वालों को किया प्यासा। “सेलाकोटा में जल जीवन मिशन अधूरा”
अल्मोड़ा/ राज्य सरकार की बहुप्रचारित जल जीवन मिशन योजना अल्मोड़ा जनपद के भनोली तहसील के ग्राम सेलाकोटा में पूरी तरह लड़खड़ाती नज़र आ रही है। गांव के कई परिवार आज भी नल से जल की सुविधा से वंचित हैं, जबकि योजना के नाम पर आधे-अधूरे काम करके विभाग ने खानापूरी कर दी है।
स्थानीय निवासी महेन्द्र सिंह बिष्ट ने बताया कि योजना के अंतर्गत पाइप लाइन डालने का काम शुरू हुआ था, लेकिन कुछ ही घरों तक लाइन पहुंची और फिर कार्य अधूरा छोड़ दिया गया। इससे जुड़ी सबसे बड़ी विडंबना यह है कि कुछ परिवारों के पहले से लगे जल कनेक्शन भी बिना सूचना काट दिए गए हैं, जिससे उनके लिए पीने के पानी का संकट खड़ा हो गया है।
ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों से संपर्क करने पर उन्हें कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। वहीं जल निगम के जेई ने उल्टा ग्रामीणों पर ही पाइप चोरी का आरोप लगाया, जिससे आहत ग्रामीण अब न्याय की उम्मीद में प्रशासन के पास शिकायतें दर्ज करवा रहे हैं।
गांव के 3-4 परिवार ऐसे हैं जिनके घरों में न पाइपलाइन पहुँची, न जल कनेक्शन मिला। महिलाओं और बुजुर्गों को दूर-दराज से पानी लाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। बच्चों की पढ़ाई और दिनचर्या भी इस अव्यवस्था से प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों की मांग है कि, योजना की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। अधूरी पड़ी जलापूर्ति लाइन को पूरा कर सभी घरों तक जल सुविधा बहाल की जाए।
इस प्रकार की लापरवाही के लिए जिम्मेदार कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाए।
यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ, तो ग्रामीणों ने प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
गांव में व्याप्त इस जल संकट को लेकर ग्रामीणों की पीड़ा और प्रशासन की अनदेखी एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है – क्या योजनाएं केवल कागज़ों में ही पूरी होती रहेंगी?