✍️ पवन रावत, नैनीताल ।
डी.एस.बी. परिसर नैनीताल में छात्रसंघ चुनाव का माहौल इस समय पूरे जोश पर है। इस बार अध्यक्ष पद की जंग दो बड़े दावेदारों के बीच देखने को मिल रही है।
एक ओर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से तानिष्क मेहरा मैदान में हैं, तो दूसरी ओर काले झंडे संगठन से करन सती अध्यक्ष पद की दावेदारी कर रहे हैं।

दोनों उम्मीदवारों ने अपने-अपने समर्थकों के साथ कैंपस में चुनावी प्रचार तेज़ कर दिया है।
तानिष्क मेहरा को एबीवीपी की मजबूत संगठनात्मक पकड़ और लंबे समय से बने छात्र नेटवर्क का सहारा मिल रहा है।
वहीं करन सती अपनी तेजतर्रार छवि, आक्रामक चुनावी रणनीति और स्वतंत्र सोच की वजह से लगातार छात्रों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।
कैंपस में छात्रों के बीच चर्चाओं का दौर जारी है। कुछ छात्रों का कहना है कि करन सती का ग्राउंड लेवल कनेक्शन और उनके स्पष्ट विचार उन्हें एक मज़बूत उम्मीदवार बना रहे हैं। दूसरी ओर, एबीवीपी का परंपरागत वोट बैंक तानिष्क मेहरा की जीत की उम्मीदें बढ़ाता है।
अब देखना होगा कि 2025 के इस चुनावी महासंग्राम में अध्यक्ष की कुर्सी किसे मिलती है।
सवाल यही है – क्या संगठन का अनुभव भारी पड़ेगा, या करन सती की छवि छात्रों का दिल जीत लेगी?




