✍️ललित जोशी, नैनीताल।
सरोवर नगरी नैनीताल व उसके आसपास समेत पूरे हिन्दुस्तान में आगमी 22 सितंबर से नवरात्र पर्व के अवसर पर रामलीलाओं का मंचन किया जायेगा। जिसके लिए व्यापक तैयारियां शुरू की जा रही है। यहाँ सरोवर नगरी नैनीताल में श्री राम सेवक सभा मल्लीताल, आदर्श कमेटी सूखाताल, तल्लीताल रामलीला कमेटी के अलावा नव सांस्कृतिक सत्संग समिति शेर का डांडा में रामलीला पात्रों द्वारा रामलीला मंचन के लिए रिहर्सल की जा रही है।
मंचन के दौरान भगवान राम, माता सीता, एवं लक्ष्मण द्वारा माता सरस्वती की स्तुति की गई। उसके बाद रामलीला रिहर्सल शुरू की जाती है।
इधर समिति के अध्यक्ष खुशाल सिंह रावत ने बताया 1972 से निरंतर रामलीला का मंचन करते आ रहे हैं।
दो माह से छोटे छोटे बच्चों को सिखाया जाता है आगामी 22 सितंबर से रामलीला का मंचन किया जायेगा। उन्होंने कहा बच्चों का रुझान बढ़ता जा रहा है। यह अच्छी बात है।
इसी क्रम में प्रधान अधिकारी बीरेंद्र जोशी ने कहा वह 1972 से रामलीला मंचन से जुड़े हुए हैं । तमाम क्षेत्रों से अच्छी रामलीला नव सांस्कृतिक सत्संग समिति शेर का डांडा में होती है। इस अवसर पर भगवान राम की भूमिका में निखलेश उपाध्याय ने कहा वह एक साल से राम का अभिनय कर रहे हैं। उनका कहना है कि आत्म्विश्वास जागता है।
लक्ष्मण को रोल करने वाले रौनक ने कहा वह दो साल से इस अभिनय को कर रहे हैं इससे पहले भी वह कई पात्र का रोल निभा चुके हैं।
माता सीता का अभिनय करने वाले संस्कार पांडे ने बताया वह सीता का अभिनय विगत दो वर्ष से लगातार करते आ रहे हैं। रावण के पात्र का रोल करने वाले चेतन बिष्ट ने भगवान शिव शंकर को अपने शीशों को काटकर अपर्ण किया। इसी दौरान जिसमें पूरी रामलीला को आकर्षित करने का आकर्षण होता है वह है सूर्पनखा जिसका अभिनय विगत 15 वर्षों से सन्तोष पंत द्वारा किया जा रहा है जो समिति के उपाध्यक्ष भी हैं। उनका कहना है वह अधिकांश महिला पात्रों का अभिनय कर चुके हैं। इसी दौरान डॉक्टर हिमांशु पांडे जो कि 30 साल से इस मंच से जुड़े हुए हैं। उनके बारे में बताता हूँ वह लगातार भगवान राम की कृपा से जनक का रोल करते आ रहे हैं उनकी पत्नी दीपा पांडे सुनैना एवं उनका पुत्र संस्कार पांडे माता सीता का अभिनय करते आ रहे हैं।
हितेश जोशी हनी मेघनाथ का पाठ खेल रहे हैं। इससे पहले भी वह राम से लेकर कई अभिनय कर चुके हैं ।
यहां यह भी बता दें सभी बाल कलाकार जो राम , लक्ष्मण, सीता भरत , शत्रुघ्न,एवं रावण, मंदोदरी, सुलेचना, सीता की सहेलियों सब छोटे छोटे पड़ने वाले बच्चे बन रहे हैं।
सूर्पनखा का नृत्य सबके मन को मोह गया।
मंदोदरी का अभिनय मुस्कान राणा कर रही है।
सीता की सहेलियां भी अभिनय कर रही है।
समिति के तमाम सदस्यों द्वारा सहयोग किया जा रहा है। जिसमें महासचिव पूरन चन्द्र पांडे, दिनेश जोशी, प्रकाश पांडे, सुरेश कांडपाल, महेश चन्द्र तिवारी,
बी सी पन्त, लक्ष्मण सिंह बिष्ट,विपिन पांडे,
कंचन चन्दोला, उर्बादत जोशी, कुँवर सिंह, ललित गोस्वामी, प्रकाश चन्दोला,घनानंद भट्ट, मोहन जोशी, दीपक जोशी, राजेश जोशी,उमेश सनवाल, कैलाश जोशी, चन्द्र शेखर जोशी,इन्द्र सिंह रावत, गणेश लोहनी,प्रकाश चन्द्र सती, मनोज पांडे, दीपक पांडे, चंदन जोशी, कमल बिष्ट,चारु पन्त, पंकज वर्मा, प्रकाश जोशी, विनोद सनवाल, नवीन चन्दोला, भैरव बिष्ट, हर दा पंडित, बीरेंद्र सिंह बिजी बाबा, हिम्मत सिंह, गौरव जोशी गुड़ु, नगर पालिका सभासद जितेंद्र पांडे, महेश बोरा, राजेन्द्र बोरा, नीरज डालाकोटी, महावीर सिंह,समेत कई लोग मौजूद रहे।




