✍️सुभाष पिमोली थराली।
उत्तर भारत के शंकराचार्य ज्योतिष्पीठाधीश्वर श्री 1008 अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज द्वारा संचालित गुरूकुल श्री बदरी नारायण संस्कृत विद्यालय रायकोली सिनई तल्ली पिंडर घाटी थराली में भव्य उपनयन संस्कार कार्यक्रम एवं श्रावणी पूर्णिमा के शुभ अवसर अवसर पर गुरुकुल पद्धति के अनुसार बालब्रह्मचार्यो का यज्ञोपवीत संस्कार बड़े हर्षोल्लास के साथ किया गया,कार्यक्रम में गुरूकुल के बालकों को गुरु मंत्र दिया गया।
प्रातः कालीन परगना बधाण मंडल की महिलाओं ने बालब्रह्मचार्यो को मंगल स्नान कराया ब्रह्मचार्यो द्वारा विशाल यज्ञादि कर्म कर के यज्ञोपवीत को धारण करवाया गया यज्ञोपवीत धारण करने के पश्चात अपनी माता-पिता से प्रथम भिक्षा ग्रहण करने के बाद रायकोली ग्राम वासियों ने ब्रह्मचार्यो के लिए भिक्षा दी एवं उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया।
यज्ञोपवीत के साथ ही संस्कृत दिवस, रक्षाबंधन व उपाकर्म पर्व भी बड़ी हर्षोल्लास से मनाया गया। इस मोके पर
गुरुकुल के प्रबंधक उत्तराखंड की प्रथम युवा महिला कथावाचक पूज्या राधिका जोशी केदारखण्डी एवं नवीन जोशी द्वारा सभी देशवासियों को रक्षाबंधन के पावन पर्व की शुभकामनाएं दी गई।
गुरुकुल के आचार्य विवेकानंद एवं संतोष चंदोला द्वारा छात्र सूरज जोशी, मयंक जोशी, चंद्रमोहन जोशी,रोशन जोशी व राहुल कुनियाल को उपनयन संस्कार के बारे में बच्चों को जानकारी एवं गुरुदीक्षा दी।
साथ ही गुरुकुल के प्रबंधक नवीन जोशी ने बताया गया कि श्रावण मास के अंतिम सोमवार 11 अगस्त को गुरूकुल के द्वारा भव्य कांवड़ यात्रा भी निकाली जाएगी।