
अनुज नेगी
पौड़ी : मृतक आश्रित कोटे से फर्जी प्रणाम पत्रों से नौकरी पाने वाले आरोपी क़ो रिखणीखाल पुलिस ने किया गिरप्तार!
मामला जनपद पौड़ी गढ़वाल की रिखणीखाल का जहा पर दिनेश नामक व्यक्ति ने मृतक आश्रित कोटे से फर्जी प्रणाम पत्रों की आधार पर नौकरी पाई थी,बतादे कि आरोपी
1993 से फर्जीवाड़ा मे आधार पर विभागीय ने नौकरी कर रहा था!
वही रिखणीखाल पुलिस ने एक बेहद संवेदनशील और गंभीर मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों के आधार पर शिक्षक पद पर नियुक्त हुए आरोपी दिनेश सिंह रावत को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
*क्या है पूरा मामला*
उप शिक्षा अधिकारी, प्राथमिक शिक्षा रिखणीखाल द्वारा दिनांक 31.05.2025 को दी गई तहरीर पर थाना रिखणीखाल में मु0अ0सं0 06/25, धारा 420/467/468/471 IPC के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोपी दिनेश सिंह रावत, निवासी – धूरा पेनो (रिखणीखाल), वर्तमान में शिबूनगर कोटद्वार में निवासरत, ने मृतक आश्रित कोटे से वर्ष 1993 में शिक्षक पद पर नियुक्ति प्राप्त की थी।
*फर्जीवाड़े का खुलासा ऐसे हुआ:*
आरोपी ने “जनता इंटर कॉलेज, छज्जुपुर, जनपद गाजियाबाद हापुड़” के नाम पर माध्यमिक शिक्षा परिषद, मेरठ (उ.प्र.) द्वारा जारी इंटरमीडिएट उत्तीर्ण प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया था। पुलिस और विभागीय जांच में यह प्रमाणित हुआ कि वर्ष 1993 में आरोपी ने कोई वैध परीक्षा उत्तीर्ण नहीं की थी, और प्रस्तुत दस्तावेज पूरी तरह कूटरचित (फर्जी) पाए गए।
*जांच की प्रमुख बातें:*
शिक्षा विभाग ने भी विभागीय जांच में फर्जीवाड़े की पुष्टि की।
दस्तावेजों का गहन सत्यापन, स्कूल से रिपोर्ट व मेरठ बोर्ड से सत्यापन के उपरांत मामला पूरी तरह उजागर हुआ।
पुलिस टीम ने दस्तावेजी और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर 26.06.2025 को अभियुक्त को शिबूनगर, कोटद्वार से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया।
*पुलिस की अपील:*
शिक्षा जैसे पवित्र क्षेत्र में फर्जीवाड़ा एक गम्भीर अपराध है। पौड़ी पुलिस आमजन से अपील करती है कि यदि आपके संज्ञान में भी किसी प्रकार की नकली शैक्षिक योग्यता, फर्जी दस्तावेज या नियुक्तियों में गड़बड़ी हो, तो निसंकोच पुलिस को सूचित करें। आपकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।