
*पर्यावरण संरक्षण में मील का पत्थर साबित होगा सीड राखी का प्रचलन-डीएम*
*डीएम के हाथों सीड राखी पाकर उत्साहित नजर आये बच्चे*
रिपोर्ट वाचस्पति रयाल
नरेंद्रनगर। टिहरी जिले के आयुष विभाग द्वारा पर्यावरण संरक्षण के मकसद से एक बेहतरीन नवाचारी विधि को अमल में लाने का प्रयोग प्रारंभ कर दिया गया है।
यह विधि है सीड राखी पौधारोपण के जरिए धरा को हरा भरा करने का।
योजना की खास बात यह है कि इस कार्यक्रम की पहल प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किया गया है।
सीड राखी के अंदर विभिन्न प्रकार के फलदार, औषधीय, छायादार व चारा पत्ती के बीजों को रखा जाता है।
इस कार्यक्रम को जन-जन तक पहुंचाने व जागरूकता फैलाने के मकसद से नरेंद्रनगर तहसील में जिलाधिकारी निकिता खंडेलवाल द्वारा आयुष विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में सीड राखी का अनावरण किया गया।
इस मौके पर डीएम के हाथों, कार्यक्रम में मौजूद, दो दर्जन से अधिक बालक-बालिकाओं को *सीड राखी* वितरित की गई।
जिलाधिकारी निकिता खंडेलवाल ने इस मौके पर कहा कि यह अनूठी पहल प्रकृति के प्रति मानव के भावनात्मक जुड़ाव को मजबूत करना है।
कहा कि सीड राखी का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को एक नया आयाम देना है। इस कार्यक्रम का मुख्य मकसद घटते वन, बिगड़ते पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए, रक्षाबंधन का यह त्यौहार प्राणियों और प्रकृति में सामंजस्य स्थापित करने में बहुत अहम सिद्ध होगा।
डीएम ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण में सीड राखी का प्रचलन मिल का पत्थर साबित होगा।
कहा यह अनूठी पहल परंपरा और प्रकृति के संगम का प्रतीक है। आगामी रक्षाबंधन के मौके पर बड़ी तादाद में *सीड राखी* धरा पर रोपित हो सकें, इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर आयुष विभाग, टिहरी अभी से ज्यादा संख्या में सीड राखी रोपित करने को जागरूकता फैलाने और सफल सीड पौध रोपण के लिए वातावरण सृजन करने में लगा हुआ है।
जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ० सुभाष चंद ने बताया कि *सीड राखी* ऐसी राखी है, जिसमें प्राकृतिक बीज संलग्न किए गए हैं।
बताया गया कि रक्षाबंधन के बाद इस राखी के कागज को मिट्टी में दबाया जा सकता है, जिससे कुछ ही समय में एक नया हर्बल पौधा अंकुरित होगा।
अपर जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉक्टर वंदना डंगवाल ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य बच्चों, युवाओं और समाज में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करना है।
डीएम के हाथों सीड राखी पाकर बच्चे बहुत उत्साहित और खुश नजर आ रही थे।
इस मौके पर जिलाधिकारी ने राखी के बारे में बच्चों से संवाद भी किया।
और उन्हें राखी वितरित की।
इस कार्यक्रम में स्थानीय विद्यालयों के छात्र-छात्रायें,डॉक्टर मीनाक्षी किथोरिया, फार्मेसी अधिकारी कैलाश प्रसाद भट्ट एवं अन्य डॉक्टरों द्वारा प्रतिभाग किया गया और ‘सीड राखी’ बांधकर पर्यावरण रक्षा का संकल्प लिया गया।