
प्रभुपाल सिंह रावत रिखणीखाल-
गाँवों में सोलर पावर लाइट की भारी कमी के कारण जंगली जानवरों का घरों के नजदीक दस्तक जारी ।
रिखणीखाल प्रखंड के सीमांत व विकट गाँव नावेतल्ली में अभी भी सोलर पावर लाइटों की भारी कमी महसूस की जा रही है।देखा गया है कि रात्रि के समय गाँव के कुछेक घरों के आसपास घुप्प अंधेरा छाया रहता है,जिस कारण बच्चे, वृद्ध लोगों को मल मूत्र त्यागने के लिए अंधेरे में परेशानी होती है।जंगली जानवर घरों के नजदीक आते हैं तथा अंधेरे का फायदा उठाकर आक्रमण कर देते हैं। गाँव में नन्दन सिंह गुसांई, दान सिंह गुसांई के घर के अंधेरा है,उसी प्रकार दिवाकर सिंह रावत व अन्य के घरों के पास भी अंधेरा है,इस तरफ भरत सिंह रावत, रमेश रावत आदि के आसपास भी लाइट का अभाव देखा गया। कयी और भी घर ऐसे ही हैं। जो 2 लाइटें 5-6 ,साल पहले लगी हैं वे भी अब प्रकाश नहीं देते।उनको भी बदलने की आवश्यकता है। गाँव की जनसंख्या व क्षेत्र फल के हिसाब से लाइटों की भारी कमी है।गाँव में केवल 9 सोलर पावर लाइट लगी हैं। जंगली जानवरों के आतंक वाला गाँव है।जंगली जानवरों का भय व दहशत बराबर बनी रहती है।
इन बातों को मध्य नजर रखते हुए गाँव में 5-6 सोलर पावर लाइटों की आवश्यकता महसूस हो रही है,ताकि गाँव में अंधेरे की समस्या का समाधान हो सके।सम्बन्धित विभाग व रिखणीखाल प्रखंड के अधिकारियों ,जनप्रतिनिधियों से आशान्वित हैं कि वे इस ओर ध्यान देगें।